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Showing posts from May, 2023

"तू था तो सब था"

तेरे जाने के बाद ये शहर भी सुनसान है, हर मोड़ पे तेरी यादों का मकान है… मैं हँसता हूँ मगर दिल में तूफान है, तेरे बिना अब मेरा कौन है… --- तू था तो सब था, अब कुछ भी नहीं… तू थी तो रंग थे, अब बस धुंधली सी सुबह है कहीं… --- तेरे हाथ की वो गर्मी, अब भी उंगलियों में है, तेरे होंठों की वो हँसी, अब भी खामोशियों में है… लोग कहते हैं वक़्त सब ठीक कर देता है, पर तू लौट आए, बस यही दुआ करता है… --- तू था तो सब था, अब कुछ भी नहीं… तू थी तो रंग थे, अब बस धुंधली सी सुबह है कहीं… --- मैंने चाहा तुझे अपनी साँसों से भी ज़्यादा, तू चली गई, मैंने खुद को भी खो दिया… अब ये आँखें रोती हैं बिना वजह के, क्योंकि वजह थी तू… और तू ही तो खो गया… - (Rain sound fades, piano slow) तू था… तो सब था… अब कुछ भी नहीं… कुछ भी… नहीं…

"Love Beyond Expectations "प्रत्याशाओं से परे प्यार: एक आत्म-खोज की यात्रा"

विवेक और आराध्या, दोनों जवान और जोशीले लड़के-लड़की थे। उनकी मुलाकात कॉलेज में हुई थी और वहां से एक दूसरे की तरफ आकर्षित हो गए। उनका प्यार धीरे-धीरे बढ़ता गया और वे एक दूसरे के साथ समय बिताने लगे। दिनों दिन दोनों का रिश्ता मजबूत होता गया और वे आपस में गहरा प्यार करने लगे। बहुत सारी मुसीबतों के बावजूद, उनका प्यार हमेशा उनकी संबंधों को मजबूत रखने में सफल रहा। दोनों ने एक दूसरे की खुशियों और दुःखों का सामना किया, सहयोग किया और एक-दूसरे का साथ कभी नहीं छोड़ा। लोग उन्हें एक आदर्श जोड़ी मानते थे और उनकी प्यार भरी कहानी को देखकर हर किसी को आदर्श बनाने के लिए प्रेरित करती थी। लेकिन, ज़िंदगी कभी-कभी ऐसा होता है कि सभी कुछ ठीक चल रहा होता है, लेकिन अप्रत्याशित घटनाएं हमारे जीवन में घुस जाती हैं। ऐसा ही कुछ विवेक और आराध्या के बीच हुआ। अचानक, एक बड़ी विवाद हुआ जिसके बाद उनके बीच का रिश्ता दिन-प्रतिदिन कमजोर होने लगा। वे एक दूसरे की बातें नहीं समझ पा रहे थे और उनके बीच दूरी बढ़ती जा रही थी। दिल के जख्म तेजी से बढ़ रहे थे और इस दौरान, विवेक और आराध्या के बीच बहुत सारी कठिनाइयाँ उभर आई...

उम्मीद से जीना

       उम्मीद से जीना ये कहानी है एक छोटे से गांव की, जहां एक बहुत ही सीमित आयु समय के लिए आपदा चल रही थी। इस गांव में एक छोटे से लड़के ने जब जन्म लिया, तो उसके माता-पिता ने उम्मीद की की उनका बेटा एक दिन बड़ा आदमी बनेगा और अपने परिवार का नाम रोशन करेगा। परन्तु बच्चे के जन्म के समय बड़े अशुभ संकेत दिखाई दिए, जो सभी को चिंतित कर रहे थे। लड़का एक विशेष व्यक्तित्व वाला था। वह हमेशा खुश और प्रसन्न रहता था, जबकि उसके चारों ओर का वातावरण दुखी और निराशाजनक था। लोग उसे बताने लगे कि उसके जीवन के लिए उम्मीद नहीं है, क्योंकि उसकी शारीरिक कमजोरियाँ उसे व्यक्तित्व के रूप में प्रभावित कर रही थीं। लोग उसे आगे बढ़ने से रोकने के लिए उसे हंसाते और मजाक उड़ाते थे, लेकिन वह हमेशा मुस्कान और प्यार के साथ उनका सामना करता। एक दिन, एक बड़ा संगठन इस गांव में एक शिविर आयोजित करने का फैसला किया। लड़के को भी इस शिविर में शामिल होने की इजाजत मिली, लेकिन उसे एक विचार आया कि लोग उसे वहां भी अलग कर देंगे। परन्तु वह अपने दृढ़ संकल्प के साथ शिविर में पहुंचा। शिविर में, लड़के ने अपने अंदर छुपे लक्ष...

दिल की धड़कनें (Heartbeats)

दिल की धड़कनें (Hea एक समय की बात है, एक शहर में एक अनूठी कहानी थी। यह कहानी एक लड़के और एक लड़की के बीच के प्यार की थी, जो उन्हें मिलने का आकांक्षा करती थी।    लड़का नाम था आर्यन, और लड़की का नाम था निशा। दोनों एक ही कॉलेज में पढ़ते थे और एक दूसरे को देखकर हर बार दिल की धड़कन तेज हो जाती थी। https://youtu.be/yB1OAFhn0YE प्यार की ये अनोखी एहसास दोनों को बिना बात के ही जोड़ रहा था। अपनी अनदेखी में भी, आर्यन और निशा एक दूसरे को समझने लगे थे। उनके बीच की बातें न सिर्फ कम थीं, बल्कि उनकी आँखों में छुपी भावनाओं को पढ़ना भी दोनों आते थे। धीरे-धीरे, एक दूसरे के साथ समय बिताने की इच्छा बढ़ती गई। एक दिन, आर्यन ने निशा को मधुमेह के इलाज के लिए अस्पताल ले जाने के लिए उनके पास बोला। वह बहुत चिंतित थी और आर्यन उसे सहारा देने आया था। दोनों एक साथ हाथ थामे अस्पताल चले गए। अस्पताल में जाते ही निशा की हालत खराब हो गई और उसे एक आंख खोने की संभावना थी। आर्यन ने उसे आंखों में आंसू छलकते देखा और उसके लिए बहुत चिंतित हुआ। उसने खुद को दोषी मानने लगा और सोचा कि यदि उसने निशा को ज़िंदगी में नहीं लाय...

अलविदा, दोस्ती: एक धर्मिक प्रेमकथा

एक समय की बात है, एक गांव में एक लड़का था नाम विक्रम और एक लड़की थी नाम आद्या। वे दोनों बचपन के दोस्त थे और अपने गांव की सुंदर आदतों और संस्कृति के साथ जीने वाले बच्चे थे। उनकी दोस्ती गहरी थी और वे हमेशा एक-दूसरे के साथ खेलते, हँसते और मस्ती करते थे।   जैसे-जैसे वे बड़े होते गए, विक्रम और आद्या की दोस्ती भी मजबूत होती गई। वे एक-दूसरे के साथ अपने सपनों, अच्छे-बुरे समयों और अपनी समस्याओं को साझा करते थे। धीरे-धीरे, इस दोस्ती में प्यार की भावना भी जगमगाने लगी। एक दिन, विक्रम ने खुद को बहुत खोया हुआ महसूस किया। वह जानता था कि उसे आद्या से प्यार हो गया है। परंतु उसे एक बड़ी समस्या का सामना करना पड़ा। विक्रम की परिवार में एक गहरा धार्मिक मान्यता थी और वे एक दूसरे धर्म से होने के कारण आद्या के परिवार से विवाह करने में समर्थ नहीं थे।   विक्रम के दिल में उबाल था। उसने सोचा कि उसे आद्या से अलविदा कहना होगा, ताकि उनकी परिवारों को कोई परेशानी न हो। उन्होंने आद्या को ढकेल दिया, दूर रहने का निर्णय लिया। आद्या बहुत ही हृदयविदारक रही, परंतु वह अपने दोस्त के वचन का आदेश नहीं तोड़ सकती थी। वर्ष...

"असंभव प्रेम: एक लड़के की कहानी"

एक लड़के की कहानी। वह एक सामान्य लड़का था, जो एक छोटे से गांव में रहता था। उसका नाम विक्रम था।    विक्रम अपने परिवार के साथ एक छोटे से घर में रहता था और एक सरकारी स्कूल में पढ़ाई करता था।  वह एक सीमित संख्या में दोस्तों के साथ समय बिता सकता था, लेकिन उसके दिल में कुछ अजीब सी ख़्वाहिशें थीं। एक दिन, विक्रम ने अपने गांव की नई लड़की को देखा। उसका नाम प्रिया था।  उसकी सुंदरता और उसकी मुस्कान विक्रम के दिल को छू गई। उसका मन बस उसी लड़की के पीछे पड़ गया। वह उसकी दिनचर्या को तबाह करने लगा, सिर्फ ताकि वह प्रिया के पास जाने का बहाना बना सके। परंतु प्रिया के दिल में विक्रम के लिए कोई अनुभूति नहीं थी।  वह एक और लड़के को प्यार करती थी, जिसका नाम अर्जुन था।  अर्जुन गांव में सबसे हंसमुख और बुद्धिमान लड़का था, जिसके चर्चे गांव के हर कोने में फ़ैले थे

"खोयी हुई महोब्बत: एक प्यार भरी कहानी"

एक समय की बात है, एक लड़का एक लड़की से बहुत प्यार करता था     और लड़की भी उस लड़के से मोहब्बत करती थी। ये दोनों एक दूसरे के लिए जीने का वादा कर चुके थे।  जब वो एक साथ होते थे, तो पूरी दुनिया भूल जाती थी। उनकी मुस्कान, उनकी आँखों में चमक, सब कुछ एक दूसरे को बहुत खास महसूस कराता था। वो एक दूसरे की अदाएं बिना कहे समझ जाते थे। लेकिन एक दिन, लड़के को अपनी प्यारी लड़की के बारे में कुछ जानकारी मिली। उसे पता चला कि उसकी प्यारी लड़की की पिछली ज़िन्दगी में कुछ कठिनाईयाँ थीं।  यह सुनकर वह चौंक गया और आँखों में आंसू आ गए।    उसने अपनी प्यारी के पास जाकर उससे सभी विवरण जानने की कोशिश की। लड़की ने बेहद समझदारी और दिल से जवाब दिया, लेकिन लड़का अभी भी खोया हुआ था। उसे उसकी पिछली ज़िन्दगी की बातों से समझ नहीं आई थी

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तेरे जाने के बाद ये शहर भी सुनसान है, हर मोड़ पे तेरी यादों का मकान है… मैं हँसता हूँ मगर दिल में तूफान है, तेरे बिना अब मेरा कौन है… --- तू था तो सब था, अब कुछ भी नहीं… तू थी तो रंग थे, अब बस धुंधली सी सुबह है कहीं… --- तेरे हाथ की वो गर्मी, अब भी उंगलियों में है, तेरे होंठों की वो हँसी, अब भी खामोशियों में है… लोग कहते हैं वक़्त सब ठीक कर देता है, पर तू लौट आए, बस यही दुआ करता है… --- तू था तो सब था, अब कुछ भी नहीं… तू थी तो रंग थे, अब बस धुंधली सी सुबह है कहीं… --- मैंने चाहा तुझे अपनी साँसों से भी ज़्यादा, तू चली गई, मैंने खुद को भी खो दिया… अब ये आँखें रोती हैं बिना वजह के, क्योंकि वजह थी तू… और तू ही तो खो गया… - (Rain sound fades, piano slow) तू था… तो सब था… अब कुछ भी नहीं… कुछ भी… नहीं…

Kabhi Na Bhoolne Wali Mohabbat

Kahani : Sheela aur Rohan ka pyaar college ke dino se shuru hua. Dono alag-alag background se the, lekin ek dusre ki company mein unhe sab kuch bhoolne ko milta tha. Sheela ek dreamy artist thi, jise painting karna bohot pasand tha. Rohan ek serious student tha, jo hamesha apni kitaabon mein dooba rehta. Lekin dono ki chemistry itni strong thi ki unhe kabhi mehsoos hi nahi hua ki unka pyaar kitna gehra hai. Ek din, Sheela ne Rohan ke liye ek chhoti si painting banayi, jisme unki yaadon ka jahan tha. Jab Rohan ne us painting ko dekha, uski aankhein bhar aayi. "Yeh toh meri zindagi hai," usne kaha, "tumne mujhe samajh liya hai." Lekin kuch hi mahine baad, Rohan ko ek achhi naukri ke liye dusre sheher jana pada. Sheela ka dil toot gaya. Unhone socha tha ki dooriyaan unhe aur mazboot banayengi, lekin sab kuch badal gaya. Rohan ne chhodne se pehle Sheela se kaha, "Main tumhe kabhi bhool nahi paunga. Yeh pyaar hamesha rahega." Sheela ne us waqt haan kiya, lekin ...

**Ek Bhooli Hui Mohabbat Ki Kahani**

 **Ek Bhooli Hui Mohabbat Ki Kahani** #### Is dard bhari kahani mein, dekhiye kaise Riya aur Arjun ki mohabbat ek khushnuma shuruaat se phir ek udaasi bhare mod par pahunch jaati hai. Zindagi ke kuch anjaane raaste unhe alag kar dete hain, lekin kya unki mohabbat kabhi bhool paayegi? Yeh kahani hai pyaar, khoyaav aur un lamhon ki jo hamesha dil mein baste hain. ---    **Ek Bhooli Hui Mohabbat Ki Kahani** Riya aur Arjun ki mulaqat ek shant si shaam mein hui, jab dono ek sammelan mein gaye the. Unki baatein is tarah chali ki jaise unhe ek doosre se milne ka intezaar tha. Riya ki muskurahat aur Arjun ki hasi ne unka dil jeet liya. Har lamha, har pal unka pyaar gehra hota gaya. Jaise-jaise samay beeta, unhone ek dusre ke saath sapne dekhe. Riya khud ko ek safar par jaate hue sochti thi, jahan Arjun uska saathi hoga. Arjun apne sapno mein Riya ko apne saath lekar duniya dekhne ki kalpna karta tha. Lekin, zindagi ne unki kahani mein ek kadak mod daala. Arjun ko ek badi company ...